उज्जैन। साक्षी गोपालजी के दर्शन करने के बाद ही भगवान महाकाल के दर्शन की साक्षी यानी गवाही मिलती है। कृष्ण का यह अनूठा मंदिर उज्जैन के ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर परिसर में श्री साक्षी गोपालजी के नाम से विख्यात है।
साक्षी गोपाल मंदिर की पुजारी श्रीमती शारदा चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि यहां भगवान राधा, श्रीकृष्ण, बलराम व रेवती की आकर्षक प्रतिमा विराजित है। जन्माष्टमी पर्व के अवसर पर मंगलवार को साक्षी गोपाल मंदिर में भी रंगीन कागजों की कलात्मक सजावट की गई। भगवान को दिव्य पौशाख धारण कराकर शृंगारित किया गया। जन्माष्टमी के मौके पर मंगलवार को यहां महाआरती कर प्रसादी वितरण किया। दिनभर महाकाल दर्शन के लिए आने वाले कई श्रद्धालु यहां भी विशेष रूप से दर्शन-पूजन आदि के लिए पहुंचे। पुजारी श्रीमती चतुर्वेदी ने कहा कि पुराने समय से ही यह मंदिर महाकाल के प्रांगण में स्थापित है। और ऐसी मान्यता है कि भगवान महाकाल के दरबार में जो भी श्रद्धालु देश व दुनियाभर से यहां दर्शन करने आते हैं तो इन गोपालजी के दर्शन करने के बाद ही उन्हें इसकी साक्षी यानी गवाही मिलती है कि उन्होंने महाकाल के दर्शन किए है। इसलिए इन गोपालजी को साक्षी गोपाल के नाम से ही जाना जाता है। यहीं कारण है कि महाकाल दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु जाते समय इनके दर्शन कर ही बाहर निकलते हैं।
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