कोरोना वायरस महामारी को नष्ट करने की कामना से श्री गोदारंगनाथ सेवा ट्रस्ट ने किया अनुष्ठान फोटो –उज्जैन। श्री गोदारंगनाथ सेवा ट्रस्ट रामानुजकोट आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी श्री रंगनाथाचार्य महाराज, युवराज स्वामी श्री माधवप्रपन्नाचार्य महाराज के सानिध्य में उज्जैन के महाकाल मंदिर में दो दिनी आरोग्य भारत यज्ञ अनुष्ठान की मंगलवार को भौमा आश्विनी योग में पूर्णाहुति की गई।श्री माधवप्रन्नाचार्य महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि आज संपूर्ण विश्व में कोरोना वायरस नामक महामारी आम आदमी को अपने प्रकोप के चपेट में लेकर काल का ग्रास बनाते जा रही है। इसके निवारण हेतु शासन-प्रशासन तो अपने स्तर पर कार्य कर ही रहा है। लेकिन इससे लड़ने के लिए देश को धर्म और आध्यात्म की शक्ति की भी आवश्यकता है। इसलिए महामारी से मुक्ति की कामनाओं के साथ जनकल्याण हेतु यह अनुष्ठान 15 जून को आरंभ किया गया था। अनुष्ठान देश के सभी 12 ज्योतिर्लिंगों, शक्तिपीठों एवं वैष्णवों के सभी 106 दिव्य देशों में एक साथ हुआ। इस यज्ञ की सबसे खास बात यह थी कि 101 वैदिक विद्वान ब्राह्मणों ने इसमें हमारे इस अथर्व वेद में दिए गए किटाणु नाशक तीन सूक्तों के पाठ व मंत्रों के साथ यहां दिव्य औषधियों की आहुतियां प्रदान की। इसके साथ ब्राह्मणों ने सवा लाख श्री महामृत्युंजय मंत्र जाप, 60 हजार ओम नम: शिवाय के जाप, 1 हजार देवी अथर्वशीर्ष, दुर्गा सप्तशती के पाठ किए गए तथा दूसरे दिन 16 जून को दोपहर में इसकी पूर्णाहुति की गई। इस दौरान संपूर्ण यज्ञ अनुष्ठान में लगभग 16 हजार आहुतियां डाली गई। मप्र में यह अनुष्ठान उज्जैन के ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर व ज्योतिर्लिंग श्री ओंकारेश्वर मंदिर में हुआ। चूंकि यह महामारी काल स्वरूप आई है। इसलिए इसके निवारण हेतु यज्ञ अनुष्ठान का स्थान विशेष रूप से उज्जैन में काल के देवता भगवान श्री महाकाल के दरबार में स्थित यज्ञशाला में रखा गया। श्री रामानुज कोट आश्रम के प्रबंधक पं. आत्माराम शर्मा ने बताया कि यज्ञ अनुष्ठान की पूर्णाहुति में ट्रस्ट व आश्रम से जुड़े भक्तों के साथ युवराज स्वामी श्री माधवप्रपन्नाचार्य महाराज, महाकाल मंदिर परिसर में स्थित श्री महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनित गिरि महाराज प्रमुख रूप से शामिल हुए।
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