उज्जैन। अगले वर्ष जनवरी 2024 को अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर निर्माण के बाद भगवान रामलला की प्रतिमाएं विराजित होगी। इस भव्य आयोजन के लिए विश्व हिंदू परिषद घर-घर पीले चावल देकर आमंत्रण देगा। मंगलवार को अयोध्या से पीले चावल का कलश उज्जैन पहुंच गया है। कलश का पूजन कर सबसे पहले महाकाल मंदिर लेकर जाएंगे। इसके बाद आमंत्रण पत्र के साथ घर-घर पीले चावल वितरित किए जाएंगे।
हिंदूओं की के आस्था का केंद्र भगवान श्री राम के मंदिर निर्माण के बाद 22 जनवरी 2024 को उनकी प्रतिमाएं गर्भगृह में विराजित होगी। मंगलवार को अयोध्या से पीले चावल का एक कलश लेकर विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री विनोद शर्मा और विभाग धर्माचार्य मुकेश खंडेलवाल ट्रेन से उज्जैन पहुंचे। रेलवे स्टेशन पर विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल सहित अन्य हिंदूवादी संगठनों ने कलश का पूजन कर स्वागत किया और अगवानी की। विहिप जिला मंत्री अंकित चौबे के अनुसार संगठन के लगभग 45 प्रांत के प्रमुख अयोध्या पहुंचे थे। वहां भगवान श्री राम के दर्शन कर एक कलश लेकर आएं है। इस कलश में पीले चावल है। 22 जनवरी 2024 को होने जा रहे इस भव्य आयोजन को लेकर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता प्रत्येक घर जाकर पीले चावल और आमंत्रण पत्र देगें। रेलवे स्टेशन से कलश को श्री महाकालेश्वर मंदिर ले जाया गया। भगवान महाकाल के स्पर्श के बाद मुहूर्त अनुसार पीले चावल बांटने का काम शुरू होगा। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष महेश तिवारी, बजरंग दल के जिला संयोजक ऋषभ कुशवाह, उपाध्यक्ष महेश कुमावत, कोषाध्यक्ष संतोष धामाने, विश्व हिंदू परिषद मानव प्रांत के मीडिया प्रभारी रवि कसेरा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
ताजा टिप्पणी