उज्जैन। बीते दिनों सेंटपॉल स्कूल के पीछे स्थित नागेश्वर धाम कॉलोनी में चोरी की वारदात हुई थी। इस चोरी में आरोपी दिनदहाड़े वारदात को अंजाम देकर भाग गए थे। इस चोरी में करीब 10 लाख रुपए से अधिक के जेवरात चोरी होना बताया गया था। पुलिस ने ततपरता से जाँच की, सीसीटीवी फुटेज में दो लोग बाइक से आकर चोरी की वारदात को अंजाम देते दिखे थे। मामले में आरोपी घर की ही बेटी के दोस्त निकले।
मिली जानकारी के अनुसार तराना रोड ग्राम बिछड़ोद में निर्मला इंटरनेशनल स्कूल के प्रिंसिपल राघवेंद्र द्विवेदी और उनकी पत्नी प्रीति द्विवेदी शिक्षिका है। इनका सेंटपॉल स्कूल के पीछे स्थित नागेश्वर धाम कॉलोनी में घर है जहां चोरी की वारदात हुई थी। इनकी बेटी कीर्ति शहडोल में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। करीब 15 दिन पूर्व 13 अक्टूबर को उनके घर की पेटी में रखें 25 तोला वजनी सोने के आभूषण और 20 हजार रुपए नगद चोरी हो गए थे। इस चोरी की वारदात में एक बात खास थी की वारदात में बदमाशों ने ना तो मकान का ताला तोड़ा था ना ही पेटी का। इस सनसनीखेज चोरी में राघवेंद्र द्विवेदी ने शिकायत चिमनगंज थाना पुलिस को दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायती आवेदन पर जांच शुरू की। घटना में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस दो आरोपियों तक पहुंची और उनसे चोरी का करीब 10 लाख 50 हजार रुपए के आभूषण भी बरामद कर लिए। पुलिस ने बताया कि एक बदमाश पैदल अपनी महिला मित्र कीर्ति के घर तक पहुंचा और चाबी से ताला खोलने के बाद चोरी की और फिर ताला लगाकर पैदल कॉलोनी के बाहर तक आया। उसके बाद बाइक लेकर खड़े साथी के साथ दोनों फरार हो गए। मामले के खुलासे में सराहनीय भूमिका थाना प्रभारी चिमनगंज मंडी आनंद तिवारी, उनि एस एस मंडलोई, प्रधान आरक्षक सुनील परमार प्रधान आरक्षक नितिन चौहान, आरक्षक सुनील बिठारे, महिला आरक्षक प्रभा दुबे की रही ।
यह हुआ बरामद
मामले का खुलासा करते हुए एडिशनल एसपी गुरुप्रसाद पराशर ने बताया कि घर में हुई चोरी के मामले में न तो घर का ताला टुटा और न ही पेटी का। लेकिन सोने के आभूषण जिसमे 14 नग सोने की चुड़ी, 12 नग सोने के कड़े, 1 सोने की चेन, मंगल सूत्र, 4 नग सोने की अंगूठी, सोने की नथ 6 , सोने के झुमके, 2 सोने के टॉपस, 3 नग पेंडल, 1 नग सोने का हार चुरा ले गए थे। विवेचना में यह जानकारी मिली कि राघवेन्द्र कुमार द्विवेदी की पुत्री कीर्ति शहडोल में रह कर एमबीबीएस की पढाई कर रही थी रही है। कीर्ति के दोस्त मोहम्मद इमरोज एवं शुभम उर्फ शानू का उनके घर पर आना जाना था। इन लोगों को इस बात का पता था कि घर की चाबी घर के बाहर गमले के नीचे रखी रहती थी। इसी का फायदा उठाकर चोरी की घटना को अंजाम दिया गया।
बाइक से मिला सुराग
घटना की जाँच कर रही पुलिस टीम ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इस दौरान पुलिस को शहडोल पासिंग मोटर साईकल का पता चला। यह मोटर साईकल शहडोल निवासी अमन मांझी के नाम पर रजिस्टर्ड है जो इंदौर मे रह कर कोचिंग पढ़ रहा है। अमन से पूछताछ करने पर पता लगा कि वारदात वाले दिन शहडोल से उसके परिचित मोहम्मद इमरोज तथा शुभम उर्फ शानू केवट इंदौर आए थे। उन्होंने इंदौर घुमने के लिए उसकी मोटर साईकल ली थी।
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