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उज्जैन बना नम्बर वन : गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में हुआ नाम दर्ज, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जन-भागीदारी से विश्व रिकार्ड बनाने पर अवंतिकावासियों को दी बधाई, 18 लाख 82 हजार 229 दीये जलाये गए, पूरा कार्यक्रम जीरो वेस्ट पर

उज्जैन 18 फरवरी।

 उज्जैन शहर के लिये आज का दिन गौरव का दिन साबित हुआ। उज्जैन की जनता ने रामघाट, दत्त अखाड़ा, नृसिंह घाट, गुरूनानक घाट, सुनहरी घाट, भूखीमाता घाट पर एकसाथ 18 लाख 82 हजार 229 दीये जलाकर गत वर्ष अयोध्या में बनाये गये 15 लाख 76 हजार के दीप प्रज्वलन के रिकार्ड को तोड़कर नया विश्व रिकार्ड स्थापित कर दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर भोपाल से अपने साथ लाये दीयों को रामघाट पर पत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान के साथ प्रज्वलित कर शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम की शुरूआत की।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर कहा कि अवंतिका नगरी को महाकाल महाराज की कृपा और आम जनता की भक्ति, श्रद्धा व तपस्या से आज महाशिवरात्रि पर आज एक अनोखा रिकार्ड स्थापित करने का सौभाग्य मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अवंतिकावासियों ने जन-भागीदारी का एक अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है। जन-भागीदारी से यह विश्व रिकार्ड बना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान महाकाल उज्जैन नगरी पर कृपा की वर्षा करें, सभी सुखी हों, सभी निरोग हों और सबका कल्याण हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वैभवशाली, सम्पन्न व शक्तिशाली राष्ट्र का निर्माण करने में संलग्न हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक शक्तिशाली एवं गौरवशाली भारत का निर्माण हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश भी शक्तिशाली प्रदेश बनेगा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उज्जयिनी की छटा अनुपम, अदभुत और अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि उज्जयिनी को स्वच्छता में नम्बर वन जिला बनायेंगे। उन्होंने बताया कि गरीब बहनों के सशक्तिकरण के लिये लाड़ली बहना योजना शुरू की जा रही है। लाड़ली बहना योजना में गरीब बहनों को एक हजार रुपये महीना दिया जायेगा। साल में उन्हें 12 हजार रुपये दिये जायेंगे, जिससे उन गरीब बहनों का एक मजबूत सशक्तिकरण होगा।

शिव ज्योति अर्पण कार्यक्रम में आज रामघाट पर दीप प्रज्वलन का कार्य शाम 7 बजे से प्रारम्भ हुआ। एकसाथ 18 लाख 82 हजार 229 दीप प्रज्वलित हो उठे। रात्रि 8 बजे ड्रोन कैमरे से दीयों की गिनती की गई। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड की तरफ से आये स्वप्निल डंगरीकर एवं निश्चल बारोट ने मंच से घोषणा की कि आज उज्जैन में विभिन्न घाटों पर 18 लाख 82 हजार 229 दीप प्रज्वलित हुए। उन्होंने विश्व रिकार्ड का सर्टिफिकेट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंपा।

इसके पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पत्नी साधना सिंह के साथ नौका पर बैठकर रामघाट से भूखीमाता तक लगाये गये दीपों की अदभुत छटा का अवलोकन किया।

घाटों की रोशनी बन्द कर दी गई और दीपों की रोशनी से शिप्रा तट नहा उठा। इस अवसर पर लेजर शो का भी प्रदर्शन किया गया। इसके पूर्व शिव ज्योति अर्पणम का टाइटल सांग लांच किया गया, जिसे शुभांगी दवे ने स्वर दिया था।

रामघाट पर आयोजित कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक पारस जैन, विधायक बहादुरसिंह चौहान, महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमला कुंवर, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ.सत्यनारायण जटिया, पूर्व सांसद चिन्तामणि मालवीय, पूर्व विधायक राजेन्द्र भारती व सतीश मालवीय, विवेक जोशी, बहादुरसिंह बोरमुंडला,  सत्यनारायण खोईवाल, जगदीश अग्रवाल, शिवेंद्र तिवारी, रजत मेहता, सुश्री योगेश्वरी राठौर, गब्बर भाटी, अनिल जैन कालूहेड़ा, संजय अग्रवाल, इकबालसिंह गांधी, संभागायुक्त संदीप यादव, आईजी संतोष कुमार सिंह, डीआईजी अनिल कुशवाह, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, नगर निगम आयुक्त रोशन सिंह, स्मार्ट सिटी सीईओ आशीष पाठक और अन्य गणमान्य नागरिक, बड़ी संख्या में वॉलेंटियर्स, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधिगण मौजूद थे। कार्यक्रम के अन्त में महापौर मुकेश टटवाल ने आभार प्रकट किया। संचालन मयंक शुक्ला ने किया।

पूरा कार्यक्रम जीरो वेस्ट पर 

उज्जैन में महाशिवरात्रि पर्व पर आयोजित हुआ आयोजन जीरो वेस्ट कार्ययोजना पर आधारित था। महापौर मुकेश टटवाल अनुसार पूरा कार्यक्रम डेढ़ महीने तैयारी के बाद किया गया था। तीन अलग-अलग शहरों से दीपक मंगवाए गए थे। दीप प्रज्जवलन के बाद रिड्यूज, रिसाइकिल, और रीयूज टेक्नीक के माध्यम से इसका निपटारा किया जाएगा। रात 10 बजे के बाद घाटों पर सफाई का काम भी शुरू हो गया है। दीप प्रज्जवलन के बाद बचे हुए तेल को गोशाला में उपयोग किया जाएगा। रुई को नगर निगम की कपड़ा बनाने वाली यूनिट में उपयोग में लाएंगे और दीपक से कलाकृति बनाई जाएगी। घाटों की सफाई करके वेस्ट का प्रबंधन कर दिया जाएगा।

कहाँ और कितने जलाये दीप 

स्मार्ट सिटी के सीईओ आशीष पाठक ने जानकारी दी की दीये जलाने में तीन तरह का तेल (सरसों, सोयाबीन और कपास) के 52 हजार लीटर, 25 लाख रुई की बाती, 600 किलो कपूर और 4 हजार माचिस लगी। शुक्रवार को दिनभर नदी के सभी घाटों पर दीप सजाए गए। दूसरे दिन यानी शनिवार सुबह सभी दीपों में तेल और रुई की बाती डाली गई। शिप्रा तट पर इस ऐतिहासिक नजारे को देखने के लिए हजारों लोग मौजूद रहे। दीप प्रज्वलन के लिए सभी घाटों पर 8,625 ब्लॉक बनाए। इन्हें ए, बी, सी, डी, ई और एफ छह ब्लॉक में बांटा गया। एक ब्लॉक में दो वॉलंटियर्स ने 225 दीये जलाए। इस तरह एक सब-सेक्टर में 40 से 50 ब्लॉक थे। हर ब्लॉक में 100 वॉलेंटियर्स थे। प्रति 100 वॉलेंटियर्स पर दो सुपरवाइजर लगाए गए। प्रति एक हजार वॉलेंटियर्स पर एक कंट्रोल ऑफिसर तैनात था। विभिन्न समाजों और संस्थाओं द्वारा वॉलंटियर्स की सूची दी गई। विभिन्न सेक्टर वाइज वॉलेंटियर्स के लिए प्रवेश-पत्र बनाए गए। कार्ड में होलोग्राम लगाए गए थे। वॉलेंटियर्स ने 10 मिनट में ही दीये जलाए। इसके बाद अगले पांच मिनट में ड्रोन से प्रज्वलित दीयों की फोटोग्राफी की गई।

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