उज्जैन 20 जनवरी।
धर्म नगरी उज्जैन में शनिवार को हजारों श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचेंगे। प्रशासन द्वारा इस बार भी श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था जुताई गई है। इसके साथ ही इस बार मंदिर समिति में दान के लिए क्यू आर कोड की व्यवस्था की गई है। इसके माध्यम से श्रद्धालुओं को ऑन लाइन दान की सुविधा रहेगी ये दान सीधे मंदिर समिति के बैंक कहते में जायेगा। इसके साथ ही सुलभ दर्शन के लिए मंदिर में दो अलग-अलग कतार लगाई जाएगी। जिससे जल्द दर्शन हो सके।
उल्लेखनीय है की शनिवार को आने वाली अमावस्या का विशेष महत्व है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान से पुण्य की प्राप्ति होती है। इस बार 21 जनवरी को मौनी अमावस्या शनिवार को आने से शनिश्चरी का संयोग भी बन रहा है। मोक्षदायिनी शिप्रा के त्रिवेणी संगम पर हजारों श्रद्धालु स्नान के लिए आएंगे। नवग्रह शनि मंदिर में दर्शन करेंगे। ठंड के बीच पर्व स्नान होने से प्रशासन द्वारा इस बार अलाव के भी इंतजाम किए गए हैं। त्रिवेणी घाट पर हमेशा की तरह फव्वारे लगाए जा रहे हैं। भीड़ को देखते हुए खास इंतजाम किए गए हैं। घाट और मंदिर परिसर में बेरिकेडिंग की जा रही हेै। सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं। महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए शेड का इंतजाम भी विशेष रूप से किया गया है।
कलेक्टर आशीषसिंह और एसपी सत्येंद्रकुमार शुक्ला ने भी बीते दिनों मंदिर और घाट का निरीक्षण किया था और आवश्यक निर्देश दिए थे। इस बार करीब एक लाख से अधिक श्रद्धालु स्नान के लिए आएंगे। इसे देखते हुए सुरक्षा बल भी तैनात किया जाएगा। कान्ह के प्रदूषित पानी को शिप्रा में मिलने से रोकने के लिए पीली मिट्टी का बांध भी बनाया गया है। इस बार इसका परीक्षण किया गया है ताकि मिट्टी धंसे नहीं। पहले भी इस तरह का बांध बनाया गया था और मिट्टी खिसकने से कान्ह का प्रदूषित पानी शिप्रा में मिल गया था।
ऑनलाइन दान के लिए क्यूआर कोड
त्रिवेणी घाट स्थित नवग्रह श्री शनि मंदिर में पहली बार प्रशासन की ओर से ऑनलाइन दान करने के लिए मंदिर परिसर में बोर्ड पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं। इस व्यवस्था से दर्शनार्थी मोबाइल फोन के माध्यम से ऑनलाइन दान कर सकेंगे। तहसीलदार अनिरुद्ध मिश्रा ने बताया कि शनिश्चरी अमावस्या पर सामान्यत: जो दर्शनार्थी आते हैं वह सिक्के मंदिर में चढ़ाते है। इस बार सिक्कों की परेशानी को देखते हुए दर्शनार्थियों से अपील की जा रही है कि श्रद्धालु दान के लिए क्यूआर कोड स्केन कर उपयोग करें। इससे मंदिर में दान के रूप में आने वाली चिल्लर की समाप्त हो सकती है। दान की राशि सीधे मंदिर समिति के खाते में जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस के साथ ही प्रशासन ने 70 स्थानों पर जूम कैमरे लगाए हंै। मंदिर परिसर में बने कंट्रोल रूम से पूरे क्षेत्र की व्यवस्था पर नजर रखी जाएगी।
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