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प्रभारी ARTO के घर छापे में मिली आय से 650% अधिक संपत्ति, घर में बना था आलिशान थियेटर और बार... पढ़िए आरटीओ में फैले घूस के खेल से कमाई बेनामी सम्पत्ति की पड़ताल करती यह रिपोर्ट

जबलपुर। शहर में ARTO संतोष पाल के घर EOW की टीम ने गुरुवार को छापा मारा। यहां शुरुवाती पड़ताल में आय से करीब 650% अधिक संपत्ति मिली है। इसके साथ ही घर में आलिशान थियेटर और बार भी मिला है। इस दौरान ARTO संतोष पाल और उनकी पत्नी की आय से अधिक संपत्ति मिलने पर दस्तावेज और अन्य पहलुओं पर टीम जांच कर रही है। इसके बाद बैंक लॉकर और बैंक खातों की जाँच चल रही है। 

गुरुवार को जबलपुर के ARTO संतोष पाल के घर EOW की टीम ने छापा मारा। टीम ने संतोष पाल के कई संपत्ति की छानबीन शुरू की  है। टीम को यहां से 16 लाख रुपए नकद और सोने चांदी के जेवर भी मिले हैं। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ को प्राप्त शिकायत का सत्यापन निरीक्षक स्वर्णजीत सिंह धामी से कराया गया था। ARTO संतोष पाल के शताब्दीपुरम में स्थित 10 हजार वर्ग फुट में बने आलीशान घर को देखकर ईओडब्ल्यू की टीम हैरान रह गई। बेसमेंट वाली तीन मंजिला घर में सारा सामान लग्जरी था। घर में लिफ्ट से लेकर महंगी शराब रखने की लकड़ी का केस, गार्डन, स्विमिंग पूल, झूमर सहित बेहद कीमती समान से आलीशान घर बनाया गया है। जिसको देखकर ईओडब्ल्यू की टीम दंग रह गई। इसके बाद ARTO के बैंक लॉकर बैंक खातों के बारे में भी खुलासा हो सकता है।

जानकारी के मुताबिक ARTO को घर में पढ़ने वाले छापे की भनक लग चुकी थी। जिससे आरटीओ के द्वारा कुछ लग्जरी सामान को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा था। इसी कारण ईओडब्ल्यू की 30 सदस्यों टीम को देर रात छापा मार कार्रवाई करनी पड़ी। हालांकि कौन सा सामान कहां भेजा गया है। इसकी जानकारी भी ईओडब्ल्यू की टीम खंगालने में जुट गई है। छापेमार कार्रवाई के दौरान एआरटीओ की पत्नी रेखा पाल घर में मौजूद नहीं थी। जिसके बाद टीम को आशंका है कि एआरटीओ संतोष पाल के द्वारा जरूरी दस्तावेज व समान कहीं भेज कर छिपा दिया गया है। इन सभी बिंदुओं पर ईओडब्ल्यू की टीम सख्त पहरा देते हुए जांच करने में जुटी हुई है। सत्यापन में आये साक्ष्यों के आधार पर अपनी सेवा अवधि के दौरान क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संतोष पाल एवं उनकी पत्नि रेखा पाल, लिपिक, क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय, जबलपुर को वैध स्त्रोतों से प्राप्त आय की तुलना में उनके द्वारा किये गये व्यय एवं अर्जित संपत्ति 650 प्रतिशत होना पाया गया हैं। जिसके कारण अपराध को पंजीबद्ध कर विवेचना में ले लिया गया हैं।

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