उज्जैन। जिला अस्पताल में सालों से बंद पड़ी लिफ्ट के स्थान पर नई स्ट्रेचर लिफ्ट लगाए जाने का काम अब पूर्ण हो गया हैं। इससे मरीजों को अब असुविधा का सामना नहींं करना पड़ेगा। उल्लेखनीय है की जिला अस्पताल की लिफ्ट सालों से बंद के जैसे ही थी, रिपेयरिंग में भी काफी समय और रुपयों की बर्बादी हो रही थी। लेकिन अब नई स्ट्रेचर लिफ्ट शुरु होने से मरीजों को भी सुविधा मिलने लगी है।
नई लिफ्ट लगाने का काम लगभग एक माह पहले शुरू हुआ था। जो अब पूरा हो गया हैं। बतादें की लिफ्ट शुरू नहीं होने के कारण जिला अस्पताल में प्रथम तल पर भर्ती मरीजों भी पहले सीढिय़ों का सहारा लेना पड़ रहा था। लेकिन अब कार्य पूर्ण होने से अब मरीजों को असुविधा का सामना नहींं करना पड़ेगा। इस अवसर पर आर एम ओ भोजराज शर्मा, क़्वालिटी नोडल डॉ. संगीता पलसानिया, सर्जिकल स्पेस्लिस्ट डॉ. नरेंन्द्र गोमे, अस्पताल मैनेजर वर्षा चौहान, क़्वालिटी असेसर विजयालक्ष्मी आठनेर आदि मौजूद थे।
सालों पुरानी थी लिफ्ट
उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल में सालों पुरानी लिफ्ट पिछले ढाई साल से अधिक समय से खराब पड़ी थी। अस्पताल प्रशासन ने इसे सुधरवाने के प्रयास भी किए थे लेकिन हर बार खर्च अधिक होने के कारण दो साल से इसकी मरम्मत करना भी बंद कर दिया गया था। लिफ्ट बंद हो जाने के कारण जिला अस्पताल के प्रथम तल पर स्थापित हड्डी वार्ड के मरीजों को इन दो सालों में बेहद कष्ट उठाने पड़े। मरीज को परिजन स्ट्रेचर पर रखकर सीढिय़ों के जरिये वार्डों तक पहुँचाते रहे। कई बार इससे मरीजों को परेशानी भी हुई।
बजट आते ही शुरु हुआ काम
उल्लेखनीय है की 6 माह पहले राज्य शासन ने प्रदेश के लगभग 24 जिलों के अस्पतालों में नई लिफ्ट लगाए जाने के प्रस्ताव को स्वीकृत किया था। इसी के तहत उज्जैन जिला अस्पताल में भी लिफ्ट लगाने के कार्य को मंजूरी दी थी।
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