इंदौर। एमआईजी थाने के पुलिसकर्मियों को एक महिला से उसके पति को छोड़ने के बदले रिश्वत मांगना महंगा पड़ सकता है। लोकायुक्त पुलिस की टीम ने यहां मंगलवार देर रात छापामार कार्रवाई की। बताया जा रहा है की टीम के पहुँचने की जानकारी लगने पर भी पुलिसकर्मियों ने महिला से रिश्वत ली गई। उन्होंने थाने के पीछे एक गाड़ी में रूपये रखवाए है। लेकिन लोकायुक्त ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दो पुलिसकर्मियों पर प्रकरण दर्ज करने की बात कही है।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार ऑटो डीलर कमल टेटवाल को किसी मामले में पूछताछ के बहाने हिरासत में ले लिया गया था। इस बात की जानकारी जब उसकी पत्नी टीना टेटवाल को लगी तो वह थाने पहुंची और पुलिस से संपर्क किया। टीआइ अजय वर्मा ने उन्हें सब इंस्पेक्टर राम शाक्य और पीएस टैगोर ने सिपाहियों से बात करने भेज दिया। सिपाहियों ने गिरफ्तारी का डर दिखाया और व्यापारी कमल को छोड़ने के बदले एक लाख रुपये की मांग की। महिला ने हाथ पैर जोड़े लेकिन वे नहीं पसीजे। बताया जा रहा है की पचास हजार रूपये की डिमांड की और इसके बिना व्यापारी को छोड़ने के लिए तैयार हुए। टीना ने यह सारी बात अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर ली। जब पुलिसकर्मियों ने बगैर रुपयों के पति को नहीं छोड़ा तो वह सीधे लोकायुक्त पुलिस के पास पहुंची। लोकायुक्त पुलिस ने रिकॉर्डिंग के आधार पर छापामार कार्रवाई प्लान की। टीना को केमिकल युक्त 15000 बतौर रिश्वत देने के लिए भेजा गया। जैसे ही टीना थाने में रूपये देने पहुंची तो पुलिसकर्मियों को शक हो गया। बावजूद उन्होंने रिश्वत नहीं छोड़ी उन्होंने महिला को थाने के पीछे एक गाड़ी की डिग्गी में पैसे रखने को कहा। और दोनों पुलिसकर्मी वहां से रवाना हो गए।
ऐसे बनेंगे आरोपी
बताया जा रहा है की लोकायुक्त पुलिस ने महिला की रिकार्डिंग और सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग के आधार पर मामला दर्ज किया है। फिलहाल लोकायुक्त पुलिस ने यह नहीं बताया है कि मामले में सिर्फ दोनों सिपाहियों को नामजद किया गया है या फिर टीआई और इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर को भी आरोपी बनाया गया है।
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