ब्रेकिंग न्यूज
logo
add image
Blog single photo

भोपाल में पकड़ाये जमात-ए-मुजाहदीन के आतंकी पेट्रोल बम बनाने की दे रहे थे ट्रेनिंग : पुलिस ने बरामद किया विडिओ, आरोपियों की फंडिंग की जाँच के लिए पुलिस दल रवाना


भोपाल। राजधानी भोपालसे पकड़ाये चार आतंकवादियों का कनेक्शन पश्चिम बंगाल से मिला था। पुलिस सूत्रों का दवा है की वे मध्यप्रदेश में युवाओं का ब्रेनवाश करना चाहते थे। मामले में गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि भोपाल से पकड़े संदिग्धों के तार कोलकाता से जुड़ रहे हैं। इसकी जांच एवं आरोपियों को मिल रही फंडिंग की जाँच के लिए पुलिस आज ही कोलकाता रवाना हो गई है। संदिग्धों के पास एक वीडियो और मिला है जिसमें पेट्रोल बम बनाने की विधि है। संदिग्धों को फंडिंग व दूसरी सहायता पहुंचा रहे दो और स्थानीय लोगों की भी जांच की जा रही है।


बीते दिनों भोपाल से पकड़ाये जमात-ए-मुजाहदीन बांग्लादेश (JMB) के आतंकियों का पूरा मिशन जानने के लिए पुलिस लग गई है। बताया जा रहा है की सलमान और उसका परिवार जिसने आतंकियों को किराए पर मकान दिलवाया था वह दो दिन से गायब है। एटीएस अब जांच कर रही है कि कहीं आतंकी भी आलिम की तालीम लेने सलमान के भाई के पास तो नहीं जाते थे। इधर मकान मालकिन नायाब जहां के अनुसार वह सलमान को सीधे तौर पर नहीं जानती थीं। नायाब जहां ने बताया की उसकी माली हालात ठीक नहीं होने के कारण उसने पहली मंजिल का रूम दोनों लड़कों को 3500 रुपए महीने के हिसाब से किराए पर दे दिया। दोनों लड़के लगभग तीन महीने से मकान में रह रहे थे, उनका दो महीने का किराया भी बकाया है। 

खुद तैयार कर रहे थे साहित्य 

पुलिस को पकड़ाये आतंकियों के पास से जो जिहादी साहित्य मिला है, वो अधिकतर डिजिटल फॉर्म में है। इसी के आधार पर उन्होंने किताबें छापी हैं। आतंकियों ने पूछताछ में कबूला कि उन्होंने भोपाल में जेहादी लिटरेचर को छापने के लिए प्रकाशकों से संपर्क किया था, लेकिन कंटेंट देखकर प्रकाशकों ने किताबें छापने से मना कर दिया। ऐसे में प्रिंटिंग, बाइंडिंग से जुड़े उपकरण खरीद लाए। यह काम खुद करने लगे।

स्लीपर सेल का नेटवर्क तैयार कर रहे थे

पुलिस गिरफ्त में आये आरोपी अपना नेटवर्क तैयार करने के लिए धर्म का सहारा लेकर मस्जिद-मदरसों में पैठ बना ली थी। धार्मिक शिक्षा की आड़ में युवाओं से संपर्क कर रहे थे। इसके अलावा ये आतंकी कॉलेज में पढ़ रहे युवक-युवतियों के भी संपर्क में थे । वे अपने मंसूबे में कामयाब हो पाते, इससे पहले ही एटीएस  ने उन्हें अपनी गिरफ्त में ले लिया।

ताजा टिप्पणी

टिप्पणी करे

Top