उज्जैन/
नानाखेड़ा क्षैत्र मे आने वाले लवकुश नगर में मवेशी पालन को लेकर हुए विवाद के बाद कुछ लोगों ने लाठियों से पीट-पीटकर युवक की हत्या कर दी। आरोपियों ने बातचीत करने के बहाने उसे घर बुलाया। यहां पहले से ही लाठियां लेकर बैठे पांच लोग उस पर टूट पड़े। मरणासन्न होने के बाद भी आरोपी लाठियां बरसाते रहे। इसके बाद घायल को सड़क पर फेंक दिया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रविवार सुबह दम तोड़ दिया। वहां मौजूद किसी शख्स ने पिटाई का वीडियो भी बना लिया।
एडिशनल एसपी अमरेंद्र सिंह ने बताया, संत बालीनाथ नगर निवासी गोविंद (26) पिता राजेश लकवाल की लवकुश नगर में रहने वाले लाला भाट, विशाल भाट, सागर भाट और उसके साथियों ने शुक्रवार को मारपीट की थी। घायल अवस्था में गोविंद को जिला चिकत्सालय में फिर जेके नर्सिंग होम में कराया गया। यहां हालत बिगड़ने के बाद इंदौर रेफर कर दिया गया। रविवार सुबह उसकी मौत हो गई। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस आरोपियों को तलाश रही है।
ये है मामला
गोविंद के दोस्त सूरज ने बताया कि संत बालीनाथ नगर के गोविंद लकवाल और लवकुशनगर का आशु डागर मवेशी पालन करते हैं। इनके बीच मवेशी पालन की बात को लेकर विवाद भी होता रहा है। शातिर आशु डागर ने शुक्रवार को बातचीत का झांसा देकर गोविंद को घर बुलाया। उसके घर पर साथी लाला भाट, विशाल भाट, सागर भाट, दीपक व भय्यू हथियार लेकर तैयार बैठे थे। गोविंद अपने दोस्त सूरज के साथ जैसे ही आशु के घर में दाखिल हुआ, आरोपी दोनों पर टूट पड़े। सूरज तो जान बचाकर भाग निकला, लेकिन गोविंद को आरोपियों ने घेर लिया।
चारों तरफ से गोविंद को घेरकर आरोपी, रॉड, लट्ठ व चाकू से गोविंद पर वार करते रहे। गोविंद आरोपियों के सामने हाथ-पैर जोड़ता रहा, लेकिन आरोपियों के सिर पर खून सवार था। जैसे-तैसे आशु के घर से निकलकर गोविंद बाहर आकर सड़क पर गिरा, तो आरोपी यहां भी पहुंच गए। आशु ने गोविंद को पकड़ लिया। सागर भाट लट्ठ से पीटता रहा। इसके बाद मरणासन्न अवस्था में आरोपी गोविंद को उसके घर के सामने पटक गए। परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। बाद में इंदौर के एमवाय अस्पताल ले गए, जहां गोविंद ने दम तोड़ दिया।
लॉकडाउन के पहले नगर निगम ने तोड़ा था बाड़ा
पुलिस ने बताया कि दोनों ही पक्ष मवेशी पालक है जो अपने मवेशियों को सड़क पर आवारा छोड़ देते हैं ।गोविंद के खिलाफ थाने में प्रकरण दर्ज है उसके खिलाफ नगर निगम की टीम ने बड़ा तोड़ने की कार्यवाही लॉकडाउन उनके पहले की थी।
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