उज्जैन 27 अप्रैल। कोरोना मुक्त उज्जैन अभियान 26 अप्रैल से सम्पूर्ण उज्जैन जिले में प्रारम्भ किया गया है। इसके तहत जिले में गठित किये गये सर्वे दल घर-घर जाकर सर्दी, बुखार, खांसी के मरीजों की पहचान कर रहे हैं तथा उनको सूचीबद्ध किया जा रहा है। सूची के अनुसार प्रत्येक वार्ड में नियुक्त चिकित्सा टीम घर पर जाकर सम्बन्धित मरीज के स्वास्थ्य का परीक्षण कर रही है और उन्हें घर पर ही दवाईयों का किट प्रदान किया जा रहा है। अभियान का उद्देश्य है कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को प्राथमिक अवस्था में ही रोक लिया जाये और घर के अन्य लोगों को इसका संक्रमण न हो, इस हेतु संदिग्ध कोरोना मरीज की पहचान कर उसको आइसोलेशन में रख दिया जाये।
कलेक्टर आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने आज उज्जैन शहर में जीवाजीगंज थाना, चिमनगंज थाना, माधव नगर थाना एवं महाकाल थाना क्षेत्र में जाकर सर्वे दल के कामकाज का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने दल के सदस्यों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि दल के गंभीरता से सर्वे करने से कोरोना मरीजों की समय पर जान बचाई जा सकेगी। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर एवं स्मार्ट सिटी सीईओ जितेन्द्रसिंह चौहान भी साथ थे।उल्लेखनीय है कि उज्जैन शहर में कुल 409 सर्वेक्षण दल गठित किये गये हैं। प्रत्येक दल में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, शहरी आशा कार्यकर्ता एवं एक-एक शिक्षक की ड्यूटी लगाई गई है। सभी दलों को शहर में कार्यरत प्रत्येक वार्ड के इंसीडेंट कमांडर के अधीन रखा गया है। सर्वेक्षण में चिन्हित किये गये सर्दी, बुखार, खांसी के मरीजों की सूची प्रतिदिन मेडिकल टीम को उपलब्ध कराई जा रही है। सम्बन्धित सर्दी-बुखार के पीड़ित मरीज का घर पर ही उपचार हो रहा है।कोरोना मुक्त उज्जैन अभियान में सम्पूर्ण जिले में सर्वे टीम बनाकर इसमें शिक्षकों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अमले को लगाया गया है। नगरीय क्षेत्र में प्रत्येक 250 घरों पर चिकित्सक की एक टीम तैनात की गई है, जो चिन्हित किए गए घरों में जाकर सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों का परीक्षण करेगी एवं उन्हें घर पर ही आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराएगी। आवश्यकता होने पर संबंधित मरीज की कोरोना की जांच करवाने का निर्णय भी उक्त चिकित्सको द्वारा लिया जाएगा।कोरोना मुक्त उज्जैन अभियान का उद्देश्य कोरोना के लक्षण वाले मरीजों की पहचान कर प्रारंभिक अवस्था से ही उनका उपचार करने का है, जिससे समय पर उपचार कर रोग को गंभीर होने से रोका जा सके। अभियान का फोकस सर्दी, जुकाम, बुखार के मरीजों के उपचार पर अधिक रहेगा। कलेक्टर ने सभी सर्वे टीम को पर्याप्त रूप से थर्मल गन, मास्क एवं सेनीटाइजर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही डॉक्टर्स की टीम के पास पर्याप्त मात्रा में दवाई भी उपलब्ध कराने के निर्देश सीएमएचओ को कहा है।
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