उज्जैन 27 अप्रैल। प्रदेश में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या दिनोदिन बढ़ रही है। प्रदेश की रिकवरी दर 26 अप्रैल को 80.91 प्रतिशत रही। अब तक 5 लाख 11 हजार 990 कोविड केसेस में से 4 लाख 14 हजार 235 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। गत 21 अप्रैल को एक्टिव केसेस की संख्या के हिसाब से मध्यप्रदेश देश में सातवें नंबर पर था, जो अब और बेहतर होकर 11वें नंबर पर आ गया है। वर्तमान में कुल एक्टिव प्रकरणों में से 72 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में और 28 प्रतिशत मरीज अस्पताल में भर्ती हैं।
कोरोना मरीजों को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध करवाने के लिये सरकारी और निजी अस्पतालों को मिलाकर बिस्तरों की संख्या बढ़कर 53 हजार 163 हो गई है। कुल बिस्तरों में से 71 प्रतिशत बिस्तर भरे हुए हैं। वर्तमान में 86 प्रतिशत ऑक्सीजन बेड, 94 प्रतिशत आईसीयू बेड और 44 प्रतिशत सामान्य बेड भरे हैं। कोरोना संक्रमण की जाँच के लिये 29 टेस्टिंग लैब्स कार्य कर रही हैं। रविवार 25 अप्रैल को 54 हजार 982 टेस्ट किये गये। सभी जिलों में सैम्पल लेने के लिये मोबाइल टीमों ने भी टेस्टिंग का काम शुरू कर दिया है। राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे चहुँमुखी प्रयासों से कोरोना की पॉजिटिविटी दर लगातार कम हो रही है और रिकवरी दर निरन्तर बढ़ रही है। गत शुक्रवार 23 अप्रैल को रिकवरी दर 80.41 प्रतिशत, 24 अप्रैल को 80.56 प्रतिशत, 25 अप्रैल को 80.64 प्रतिशत और 26 अप्रैल को रिकवरी दर 80.91 प्रतिशत रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि समन्वित प्रयासों, प्रबंधन एवं चिकित्सकीय सुविधाओं की बढ़ोत्तरी से प्रतिदिन स्वस्थ और संक्रमण मुक्त होने वालों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। दिनांक 21 अप्रैल को 9035, 22 अप्रैल को 9620, 23 अप्रैल को 10 हजार 833, 24 अप्रैल को 11 हजार 91, 25 अप्रैल को 11 हजार 324 और 26 अप्रैल 11 हजार 612 कोरोना मरीज संक्रमण मुक्त होकर सकुशल अपने घर पहुँचे हैं। प्रदेश में एक दिन में जितने लोग स्वस्थ हुए हैं, उनमें से 84 प्रतिशत ऐसे मरीज हैं जो होम आइसोलेशन में थे और 2 प्रतिशत ऐसे मरीज हैं जो कोविड केयर सेंटर में थे। इस प्रकार लगभग 86 प्रतिशत मरीज ऐसे हैं, जो अस्पताल जाए बिना ही स्वस्थ हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 25 जिलों में आज जितने कोरोना के नये केस आये हैं, उससे कहीं ज्यादा मरीज इन जिलों में रिकवर भी हुए हैं:-
होम आइसोलेशन
प्रदेश के कोविड मरीजों में से 72 प्रतिशत होम आइसोलेशन में हैं। राज्य सरकार का प्रयास है कि ये लोग होम आइसोलेशन में ही ठीक हो जायें, जिससे अस्पताल जाने की नौबत ही न आये। होम आइसोलेशन वाले 99 प्रतिशत मरीजों से दूरभाष पर कम से कम एक बार संपर्क किया जा रहा है। साथ ही ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से इन्हें आवश्यकतानुसार कॉल पर चिकित्सकीय परामर्श भी प्राप्त हो रहा है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन में रहने वाले शत-प्रतिशत मरीजों को मेडिकल किट और हेल्थ ब्रोशर की होम डिलेवरी की जा रही है।
कोविड केयर सेंटर्स
प्रदेश के 52 जिलों में 174 कोविड केयर सेंटर्स प्रारंभ किये जा चुके हैं, जिनमें मंद लक्षणों वाले रोगियों को रखा जा रहा है। इनमें वर्तमान में कुल 12 हजार 864 बेड्स हैं। इनमें से 634 ऑक्सीजन बेड्स स्थापित किए गए हैं। कोविड केयर सेंटर्स में शत-प्रतिशत मरीजों को मेडिकल किट प्रदाय की जा रही है। जिस कोविड केयर सेंटर में 50 प्रतिशत या उससे अधिक बिस्तर भर रहे हैं, वहाँ नए कोविड केयर सेंटर स्थापित करने के निर्देश दिये गये हैं। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक कुल 20 हजार 411 संस्थागत क्वारेंटाईन सेंटर्स बनाये जा चुके हैं, जिनमें लगभग 2 लाख 50 हजार से अधिक बेड्स स्थापित किए गए हैं।
अस्पताल और बिस्तर
एक अप्रैल को प्रदेश में उपलब्ध बेड्स की कुल संख्या 20 हजार 159 थी, जो आज बढ़कर 53 हजार 163 हो गई है। इस प्रकार पिछले 25 दिनों में लगभग 32 हजार बेड्स बढ़ाए गए हैं। सागर जिले में बीना रिफाइनरी के निकट ऑक्सीजन सुविधा युक्त 1000 बिस्तर का अस्थाई अस्पताल बनाया जा रहा है। प्रदेश के अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता और इलाज के पैकेज की रीयल टाइम सही जानकारी आम जनता को उपलब्ध कराने के लिये एक नया एप और एक वेबसाइट लाँच की गई है। इसके साथ ही टोल फ्री नंबर 1075 को भी इस कार्य के लिये अपग्रेड किया गया है।
टीकाकरण
अब तक प्रदेश के हेल्थ वर्कर्स, फ्रंट लाईन वर्कर्स, वरिष्ठ नागरिक एवं 45 वर्ष से अधिक के लगभग 79 लाख 18 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका है। दिनांक 1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का नि:शुल्क टीकाकरण योजनाबद्ध रूप से प्रारंभ किया जाएगा। प्रदेश के 3 करोड़ 22 लाख से अधिक नागरिकों को टीका लगेगा। राज्य सरकार इस कार्य पर लगभग 2,710 करोड़ रुपये खर्च करेगी। कोविडशील्ड वैक्सीन के 45 लाख डोज का कार्यादेश जारी कर दिया गया है।
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