उज्जैन 13 मई।
कलेक्टर आशीष सिंह ने गुरूवार को बृहस्पति भवन में आयुष्मान योजना के तहत निजी चिकित्सालयों में कोविड संक्रमण के तहत उपचार लेने के लिये भर्ती होने वाले मरीजों के रजिस्ट्रेशन के सम्बन्ध में बैठक ली। उल्लेखनीय है कि सभी निजी अस्पतालों में आयुष्मान हेल्पडेस्क बनाये जायेंगे। वहां जिला प्रशासन की ओर से गठित की गई टीम के सदस्य अस्पताल में कोविड उपचार के लिये भर्ती होने वाले हितग्राहियों की पात्रता की जांच कर उनके आयुष्मान कार्ड बनायेंगे।इस हेतु टीम में तीन सदस्य होंगे, जो प्रतिदिन 11 से 12 घंटे की ड्यूटी निजी अस्पतालों में हेल्पडेस्क पर शिफ्ट में करेंगे। आयुष्मान हेल्पडेस्क गुरूवार से ही प्रारम्भ हो जायेंगे।
कलेक्टर ने कहा कि जितने भी लोग अस्पतालों में उपचार के लिये आ रहे हैं, उनकी जानकारी टीम के सदस्य प्राप्त करें। यदि व्यक्ति के परिवार में किसी अन्य सदस्य का आयुष्मान कार्ड बना है तो वह भी आयुष्मान योजना के तहत पात्र होगा तथा उसका कार्ड बनाया जाये। इस हेतु सम्बन्धित व्यक्ति की समग्र आईडी एवं अन्य दस्तावेज उसके साथ आये परिवार के अटेंडर से प्राप्त किये जायेंगे।ग्रामीण क्षेत्रों में भी पात्रता अनुसार निजी अस्पतालों में उपचाररत कोविड मरीजों के आयुष्मान कार्ड बनाये जायेंगे। इसके अलावा गत बुधवार की रात्रि तक जितने मरीज निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमण के चलते भर्ती हुए हैं तथा जो डिस्चार्ज नहीं हुए हैं, उनके भी पात्रता अनुसार कार्ड बनाये जायेंगे। कलेक्टर ने हेल्पडेस्क के लिये गठित दल में शामिल पटवारी एवं अन्य अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे नोडल अधिकारी से समन्वय स्थापित कर पात्र हितग्राहियों के कार्ड जनरेट करवायें। अधिक से अधिक प्रतिशत में पात्र हितग्राहियों का रजिस्ट्रेशन आयुष्मान योजना के तहत करवाया जाये।
अस्पतालों में मेडिक्लेम के एजेंट्स से भी समन्वय स्थापित करें। उक्त कार्य नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल के मार्गदर्शन में किया जायेगा। इसके पश्चात आयुष्मान हेल्पडेस्क के अन्तर्गत गठित दलों के सदस्यों को आयुष्मान पोर्टल में रजिस्ट्रेशन की ट्रेनिंग दी गई। बताया गया कि यदि निजी अस्पताल में उपचाररत व्यक्ति के पास संबल कार्ड, राशन कार्ड या भवन संनिर्माण कार्ड बना हो तो भी वे आयुष्मान योजना के तहत पात्र होंगे। आयुष्मान योजना के पात्र हितग्राहियों को शत-प्रतिशत योजना का लाभ दिया जाये।
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