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मंत्री डाॅ.मोहन यादव के प्रतिनिधि पर लगाये आरोपों में कितनी है सत्यता : जब पत्रकार पर प्रकरण दर्ज करा सकते हैं तो फिर एक प्रतिनिधि पर क्यों नहीं कराया प्रकरण दर्ज तय

*उज्जैन। कोरोना प्रभारी मंत्री डॉ मोहन यादव के प्रतिनिधि पर लगे आरोप से विपक्ष को बैठे-बिठाये मुद्दा मिल गया है। एक कांग्रेस विधायक ने तो इस मामले की एसआईटी जांच की भी मांग करते हुए आरोप लगाने वाले डॉक्टर कुमरावत को सुरक्षा दिये जाने की मांग की है। मामले में यदि गंभीरता से देखा जाये तो लगता है कि डॉक्टर ने हटाये जाये पर कुंठित भावना से यह बयान दिया है। ऐसा इसलिए संभव लग रहा है क्योंकि जब डॉ. कुमरावत को हटाया गया तब उन्होंने  मंत्री प्रतिनिधि पर आरोप लगाये।जब डा. कुमरावत माधव नगर के प्रभारी थे तो एक पत्रकार पर भी इन्होंने तुरंत प्रकरण दर्ज करवा दिया था। तो जो बात मिडिया के द्वारा कह रहे हैं ।उसे कानून व्यवस्था के द्वारा भी की जा सकती थी। क्यों पद पर रहते उन्होंने शिकायत नहीं की।और पद से हटते ही आरोप लगा रहे हैं।आईये जानते हैं क्या है पूरा मामला।

आज एक दैनिक समाचार पत्र में उज्जैन के कोरोना प्रभारी और प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा नियुक्त एक प्रतिनिधि अभय विश्वकर्मा पर गंभीर आरोप लगाये गये हैं। आरोप लगाने वाले उज्जैन शहर के माधव नगर अस्पताल के पूर्व प्रभारी डॉक्टर संजीव कुमरावत है। उन्होंने डॉ मोहन यादव के प्रतिनिधि अभय पर अस्पताल में बेड बेचने के आरोप लगाये है। यही नहीं उन्होंने अन्य जरूरी दवाई आदि को लेकर भी आरोप लगाये गये हैं। इन आरोप के बीच सवाल यह है कि यदि डॉ. कुमरावत इतने ईमानदार थे तो यह आरोप उन्हें माधव नगर अस्पताल प्रभारी रहते हुए लगाने थे। प्रभारी पद से हटाये जाने के बाद यह आरोप लगाना उनकी कुंठित मानसिकता को दर्शाता है। यही नहीं आरोप लगाने के लिए केवल डॉ. कुमरावत ही आये हैं, जबकि बेड खरीदने के लिए रूपये देने वाला अभी तक सामने नहीं आया है। वर्तमान दौर सोश्यल मीडिया का दौर है। यहां घटना घटित होने पर व्यक्ति तुरंत सोश्यल मीडिया पर वायरल कर देता है। यदि ऐसा माधव नगर अस्पताल में इतने दिनों से चल रहा था तो किसी भी पीडि़त ने आज दिनांक तक इस बात की शिकायत नहीं की। जबकि कोरोना के कारण कई वरिष्ठ अधिकारियों का माधव नगर अस्पताल, चरक भवन और आर डी गार्डी जैसे प्रमुख हास्पिटलों में निरंतर आना जाना लगा रहा है।

विज्ञापन को किया जा रहा प्रसारित

एक दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित किये गये डॉ. मोहन यादव के जन्म दिवस के विज्ञापन को सोश्यल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है। लेकिन यह विज्ञापन काफी पुराना है और किसी भी नेता के समर्थक को अपने नेता के जन्म दिवस पर विज्ञापन देना स्वाभाविक सी बात है। कोरोना काल में डॉक्टर द्वारा लगाये गये आरोपों के बीच इस प्रकार प्रसारित करना कहीं न कहीं शंकास्पद लगता है।

भाजपा नेता ने जारी किया वीडियो

इस मामले में वरिष्ठ भाजपा नेता प्रकाश चित्तौड़ा ने सोश्यल मीडिया पर बकायदा एक वीडियो जारी किया है। उन्होंने कहा कि अभय विश्वकर्मा एक सच्चा कार्यकर्ता है जो निरंतर काफी दिनों से सेवा कार्य में लगा हुआ था। उन्होंने अभय विश्वकर्मा पर लगे आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने यहां तक कहा कि यदि यह सिद्ध हो जाते हैं तो वे अपने जीवन की दिशा ही बदल देंगे।

विश्वकर्मा बोले नहीं मालूम कितनों की सेवा की

मामले में मंत्री प्रतिनिधि अभय विश्वकर्मा से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि मोबाइल नंबर सार्वजनिक किया हुआ था। स्वास्थ्य विभाग से संबंधित किसी भी समस्या के लिए काफी परेशान लोगों के फोन आते थे। मैं उन्हेें स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को लेकर सहायता करता था। कोरोना शुरू होने के बाद देर रात तक ही परेशान लोगों के फोन आते थे जितनी सहायता होती थी करता भी था लेकिन न जाने क्यों डॉ. कुमरावत ने ऐसे गंभीर आरोप लगाये हैं। यदि मैंने किसी से रूपये लेकर बेड दिये होते तो अभी तक कोई तो प्रमाण लेकर आते।

विधायक मालवीय ने की जांच की मांग

घट्टिया क्षेत्र के विधायक रामलाल मालवीय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि माधवनगर अस्पताल के पूर्व प्रभारी डॉक्टर संजीव कुमरावत द्वारा मप्र के उच्च शिक्षा मंत्री व उज्जैन के कोरोना प्रभारी मंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रतिनिधि अभय विश्वकर्मा पर लगाये गए आरोप से महाकाल की नगरी उज्जैन की छवि पूरे देश में धूमिल हुई है। उनके द्वारा जो आरोप लगाए गए है काफी संगीन है। उन्होंने कलेक्टर व एसपी से आग्रह किया है कि पूरे आरोपो की जांच के लिए एक विशेष जाँच दल गठित किया जाए व डॉ. मोहन यादव के प्रतिनधि पर कानूनी कार्यवाही की जाना चाहिए। विधायक रामलाल मालवीय द्वारा यह भी आरोप लगाया गया कि भाजपा द्वारा हर अस्पताल में सेवा के नाम पर कुछ भाजपा के नेताओ की समिति बना कर अस्पताल के प्रभारी बनाए जो एक एजेंट के रूप में कार्य कर रहे है। जो दिन भर मरीजों से अस्पताल में बेड ,ऑक्सीजन वह इंजेक्शन दिलाने के नाम पर लूटपाट कर रहे हैं। यह गोरखधंधा हर अस्पताल के बाहर भाजपाओं के नेताओं द्वारा किया जा रहा है। मैं माननीय कलेक्टर साहब से आग्रह करता हूं उक्त समिति को तत्काल बर्खास्त किया जाए।

डॉ कुमरावत को पर्याप्त सुरक्षा दी जाए

विधायक मालवीय ने यह भी बताया कि जिस प्रकार से डॉ संजीव कुमरावत द्वारा सत्ताधारी दल के नेता व मंत्री प्रतिनिधि अभय  विश्वकर्मा पर जो गम्भीर आरोप लगाए उसके कारण डॉ कुमरावत की जान को खतरा है। पुलिस अधीक्षक महोदय से मेरा आग्रह है कि तत्काल डॉक्टर संजीव कुमरावत को सुरक्षा प्रदान की जाए।

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