भोपाल। मध्यप्रदेश के मंत्रालय भवन में लगी नई लिफ्ट अचानक खराब हो गई। लिफ्ट में कोई और नहीं बल्कि प्रदेश के मुखिया खुद फंस गए। फिर क्या था आनन-फानन में दो इंजीनियरों पर कार्यवाही के आदेश दे दिये गये। बताया जा रहा है कि इस नई लिफ्ट में इससे पूर्व भी मुख्य सचिव भी फंस गए थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रालय की नई एनेक्सी वीबी टू में बने अपने कक्ष तक आने और जाने के लिए जिस लिफ्ट का इस्तेमाल करते हैं। वापसी में लिफ्ट बीच में बंद हो गई। इस वक्त मुख्यमंत्री लिफ्ट में थे। वीआईपी लिफ्ट के खराब होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तत्काल ही कार्यवाही के निर्देश दिये। उन्होंने लिफ्ट की मॉनिटरिंग के लिए जिम्मेदार अफसरों को निलंबित करने के निर्देश दिए। इसके बाद उपयंत्री और राजधानी परियोजना प्रशासन के प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी विद्युत यांत्रिकी शैलेन्द्र परमार और उप यंत्री विद्युत यांत्रिकी राजधानी परियोजना प्रशासन मनोज यादव को निलंबित कर दिया गया। अधीक्षण यंत्री कार्य भवन नियंत्रक विधानसभा, राजधानी परियोजना प्रशासन रवि मित्तल को अपने मौजूदा काम के साथ अधीक्षण यंत्री राजधानी परियोजना प्रशासन का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। उल्लेखनीय है कि मंत्रालय की एनेक्सी में 16 लिफ्ट है, इनमें से कई बंद हो जाती हैं। मंत्रालय की एनेक्सी करीब 613 करोड़ से बनी है। इसमें 6 लाख वर्गफीट में धौलपुर के पत्थरों से कॉरपोरेट तर्ज पर बने भवन में 16 लिफ्ट लगी हैं। 40 हजार वर्गफीट में पांचवी मंजिल पर सीएम का ऑफिस है।
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