नागदा- नगर के ब्राह्मण समाज बंधुओ द्वारा समय-समय पर नगर में समाज के इष्टदेव भगवान परशुराम के नाम से शासन द्वारा किसी प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान,प्रमुख मार्ग अथवा भव्य प्रवेश द्वार की स्थापना के लिए विभिन्न कार्यक्रमो में मांग की जाती रही है। इसी तारतम्य में 2 फरवरी, मंगलवार को बड़ी संख्या में नगर व ग्रामीण क्षेत्र के ब्राह्मण समाजजन बिरला मन्दिर में दोपहर 12 बजे एकत्रित हुए। जहाँ सभी ने विचार विमर्श कर एक मत से आराध्य देव भगवान परशुराम के नाम से शहर के प्रमुख मार्ग पर बनाये जाने वाले भव्य प्रवेश द्वार का नामकरण कर प्रतीक चिन्ह लगाने का प्रस्ताव रखा। दोपहर 1.30 बजे नगर के सर्वब्राह्मण समाज एवं सर्व ब्राह्मण महासभा के तत्वावधान में सभी पदाधिकारी एवं समाजजन द्वारा मुख्यमंत्री के नाम उक्त मांग हेतु ज्ञापन पत्र सीएसपी श्री मनोज जी रत्नाकर को सौंपा, जंहा श्री रत्नाकर ने ज्ञापन लेकर समाजजन द्वारा की गई मांग के संदर्भ में उच्च अधिकारियों को अवगत कराने का आश्वासन दिया । एसडीएम श्री आशुतोषजी गोस्वामी के नगर से बाहर होने पर फ़ोन से चर्चा की, नागदा आने पर भेंट कर विषय पर समाजजन द्वारा उनसे चर्चा की जाएगीक एवम शीघ्र अतिशीघ्र समाज की भावनाओ का सम्मान करने का आग्रह किया जाएगा। सर्वब्राह्मण समाज के संरक्षक गुलजारी लाल त्रिवेदी, अध्यक्ष आनंद दीक्षित, सर्वब्राह्मण महासभा अध्यक्ष डॉ. अनिल दुबे, प्रफुल्ल शर्मा, सर्व ब्राह्मण समाज महिला अध्यक्ष निर्मला रावल, हनुमान प्रसाद शर्मा, सचिव सुंदरलाल जोशी सूरज , विजय व्यास, पंडित अजय पण्ड्या, कृष्ण चंद्र पुरोहित, पुरषोत्तम सारस्वत, निलेश मेहता, वंदना त्रिवेदी,वंदना पुरोहित, माया शर्मा, लता शर्मा, धीरेंद्र त्रिपाठी,एसपी मिश्रा, एसपी शुक्ला, हरहाँगी तिवारी, अवधेश पुरोहित, सुभाष शर्मा, अरुणपोद्दार,गोपीराम जोशी,धीरेंद्र दुबे, राजेश तिवारी, विजय पराशर,दिनेश पुरोहित, प्रमोद शुक्ला, राकेश शर्मा, राकेश कानूनगो, इंदु पांडे, तारा शर्मा, सीमा पण्ड्या, अन्नपूर्णा शर्मा,स्नेहलता तोषण, प्रेमलता त्रिपाठी,निर्मल शर्मा,चंद्रकांता शर्मा,पुष्प उपाध्याय,सुमन शर्मा,ज्योति बर्वे,संगीत शर्मा आदि बड़ी संख्या में समाजजन मौजूद रहे। ज्ञापन का वाचन सुंदरलाल जोशी ने किया एवम आभार विजय व्यास ने माना । सभी ने जय जय परशुराम का घोष कर शीघ्र अतिशीघ्र उक्त मांग को साकार बनाने हेतु हर प्रयास करने की बात कही। उक्त जानकारी निलेश मेहता ने दी।
ताजा टिप्पणी