उज्जैन। थाने में अपने दोस्त को खाना देने गए युवक की बहस के बाद पुलिस ने पिटाई की थी। इसके बाद घर लौट रहे युवक की रास्ते में मौत हो गई। परिजन का आरोप है कि थाने में पुलिस ने युवक की बेरहमी से पिटाई की है। उसकी गलती इतनी थी कि उसने लॉकअप में बंद एक शख्स को पानी पीने को दिया था। बस इसी बात से नाराज पुलिसवालों ने उसके कपड़े उतारकर उसे पीटा।
सुभाष प्रजापति को पुलिस बिजली बिल को लेकर घर से पकड़कर थाने ले आई थी। मिलने के लिए मेरे भाई और पिता के साथ गांव का ही निवासी राहुल भी थाने आया। पुलिस मुझे करीब ढाई बजे कोर्ट लेकर गई। जमानत होते-होते 6 बज गए। हम घर जा रहे थे कि मुझे मेरे फोन की याद आई। साथ आए पुलिसवालों से मैंने फोन मांगा तो वे बोले- थाने चला जा। हम थाने पहुंचे। वहां राहुल ने कहा कि सर इसका फोन दे दो।
इसी दौरान रातभर से लॉकअप में मेरे साथ बंद शख्स ने पानी मांगा। मैं उसे पानी दे हा था कि वहां बैठे साहब ने मना कर दिया। कहा-तू अपना काम करने आया है कि यहां रिश्तेदारी निभाने आया है। लेकिन, राहुल ने उसे पानी की बोतल दे दी। इस पर सिविल ड्रेस में आए पुलिस जवान ने गाली देते हुए कहा कि क्या दिया तूने उसे। इसके बाद लॉकअप की चेकिंग की गई। इसके बाद पुलिसकर्मी ने राहुल के कपड़े निकाले और मेरे सामने ही उसे पीटा। इसके बाद हम गांव के लिए निकले। राहुल ने रास्ते में बताया कि उसे लॉकअप में बंद कर बहुत मारा गया। उन्होंने लाल पेन से मुझसे लिखवाया। लौटते समय गोंदिया फंटे के पास राहुल ने कहा कि मेरा जी घबरा रहा है। हमने गाड़ी रोकी तो उसने बोतल से पानी पिया। पानी पीते ही उसने उलटी की। वह बिना कुछ बोले मुंह के बल गिर गया। हमें ऐसा लग रहा है कि उसकी मौत पुलिस की मार से हुई है।
अभियान के तहत लाये थे थाने
सीएसपी रजनीश कश्यप का कहना है कि पुराने लाइट बिल नहीं भरने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। मामले में एक स्थाई वारंटी को पकड़कर लाया गया था। उसके कुछ साथी उसे छुड़ाने आए थे। जमानत के बाद वे मोबाइल लेने थाने पहुंचे थे। उन्होंने रास्ते में एक कलाली से शराब खरीदकर पी। गोंदिया फंटे के पास स्थित यात्री प्रतीक्षालय में ये बैठकर बात कर रहे थे। यहीं पर राहुल को सीने में दर्द हुआ, उसे उल्टी हुई और हार्टअटैक से उसकी मौत हो गई।
परिजन बोले मारपीट से हुई मौत
परिजन का आरोप है कि युवक के साथ नीलगंगा थाने में मारपीट की गई है। परिजन को बिना कपड़ों के बॉडी दिखाई गई, उन्होंने संतोष जताया कि कहीं कोई चोट के निशान नहीं हैं। उन्होंने पीएम के दौरान वीडियोग्राफी की मांग की, उनकी बात को मानकर वीडियोग्राफी करवाई गई है। इन्हें लिखित में शिकायत करने को कहा गया है। निष्पक्ष कार्रवाई कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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