‘आपत्कालात में जीवन रक्षा’ के दो ग्रंथों का संतों के शुभ करकमलों से लोकार्पण !
धर्मशिक्षा और धर्माचरण के अभाव के कारण देश में हिन्दू समाज बहुसंख्यक होते हुए भी निरंतर मार खा रहा था । ऐसे समय हिन्दू जनजागृति समिति के प्रेरणास्रोत परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवले के मार्गदर्शन में हिन्दुआें के लिए विविध माध्यमों से धर्मशिक्षा देना प्रारंभ किया गया । इस माध्यम से हिन्दू धर्माचरणी बन रहे हैं । अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन गोरक्षा, घुसपैठ, लव जिहाद, धर्मांतरण, आतंकवाद, नक्सलवाद, पाकिस्तान-बांग्लादेश के अत्याचार पीडित हिन्दू आदि विषयों पर संघर्ष कर रहे हैं । हिन्दू धर्म पर होने वालेे इन सर्व आघातों पर ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना’ ही एकमात्र उत्तर है। यह ध्यान में रखकर वर्ष 2012 से 2019 की अवधि में समिति ने प्रतिवर्ष ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशनों’ का आयोजन किया । इसलिए पहले असंभव लगने वाला हिन्दूसंगठन अब संभव हो रहा है । देश-विदेशों के सैकडों हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन हिन्दू राष्ट्र के ध्येय से राष्ट्रीय स्तर पर संगठित और सक्रिय हो रहे हैं । यह सब ईश्वर और संतों की कृपा से साध्य हो रहा है, ऐसे कृतज्ञतापर उद्गार हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी ने व्यक्त किए । वे हिन्दू जनजागृति समिति की 18 वीं वर्षगांठ के निमित्त आयोजित ‘एक कदम हिन्दू राष्ट्र की ओर...’ इस विशेष धर्मसंवाद में बोल रहे थे । यह परिसंवाद ‘यू-ट्यूब’ और ‘फेसबुक’ के माध्यम से 27,893 लोगों ने प्रत्यक्ष देखा तथा 67,885 लोगों तक यह पहुंचा ।
इस समय सनातन संस्था के संत पू. नीलेश सिंगबाळ के करकमलों सेे ‘आपातकाल में जीवित रहने के लिए दैनिक स्तर पर सिद्धता (तैयारी) करें !’ और ‘आपातकाल सुसह्य होने के लिए मानसिक और आध्यात्मिक स्तरों पर सिद्धता करें !’ इन दो ग्रंथों का लोकार्पण किया गया । इस अवसर पर समिति की वर्षगांठ के निमित्त श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के कोषाध्यक्ष प.पू. गोविंददेव गिरीजी महाराज जी ने आशीर्वाद रूपी शुभसंदेश दिया तथा तेलंगाना के प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजासिंह, सुदर्शन समाचार वाहिनी के संपादक सुरेश चव्हाणके, श्रीराम सेना के अध्यक्ष प्रमोद मुतालिक, मथुरा की श्रीकृष्णजन्मभूमि का अभियोग लडने वाले अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, ‘यूथ फॉर पनून कश्मीर’ के संयोजक राहुल कौल तथा अनेक मान्यवर हिन्दुत्वनिष्ठों की शुभकामनाआें के संदेश वीडियोद्वारा प्रसारित किए गए । हिन्दू जनजागृति समिति के सफल मार्गक्रमण के संबंध में बताते हुए समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे ने कहा, ‘पहले कोई भी उजागर रूप से नाटक, चलचित्र, विज्ञापनों के माध्यम से हिन्दुआें के श्रद्धास्थानों का अनादर करता था; परंतु समिति ने उसके विरोध में निरंतर और लगन से संघर्ष किया, फलस्वरूप 400 से अधिक अनादर रोकने में समिति को सफलता मिली । इसलिए संपूर्ण देश का हिन्दू समाज भी जागृत हो गया है तथा हिन्दू धर्म पर हो रहे आघातों के विरोध में राष्ट्रीय स्तर पर संगठित रूप से आवाज उठा रहा है ।’ समिति के महाराष्ट्र आणि छत्तीसगढ संगठक सुनील घनवट ने कहा कि, सरकार प्रत्येक क्षेत्र का निजीकरण कर रही है उसके साथ ही संपूर्ण देश में केवल हिन्दुआें के मंदिरों का ही सरकारीकरण क्यों किया जा रहा है ? महाराष्ट्र के साढेचार लाख मंदिरों के सरकारीकरण का षड्यंत्र समिति ने संघर्ष कर विफल किया है । जब तक सर्व मंदिर भक्तों के पास नहीं आते, तब तक यह संघर्ष चलता ही रहेगा । इस अवसर पर सुराज्य अभियान के समन्वयक अधिवक्ता नीलेश सांगोलकर ने सामाजिक और स्वास्थ्य क्षेत्र की दुष्प्रवृत्तियों के विरोध में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा किए जा रहे संघर्ष की विस्तृत जानकारी दी ।
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