उज्जैन। शहर के बहुचर्चित शुभम खण्डेलवाल आत्महत्या के मामले में अवन्तिका कान्ट्रेक्टर एसोसिएशन द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को एक ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि निगम ठेकेदार की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार भ्रष्ट इंजीनियरों को बचाने में निगम का अमला लगा हुआ है।
निर्माण कार्य के बिलों को जिम्मेदारों द्वारा जान बूझकर रोकना और रिश्वत की मांग करना इनकी आदत बन चुका है। इसी से त्रस्त होकर कुछ दिवस पूर्व निगम ठेकेदार शुभम खण्डेलवाल ने आत्महत्या कर ली थी। ठेकेदार ने आत्महत्या का कारण का उल्लेख करते हुए एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था जिसमें उन्होंने यहां के भ्रष्ट इंजीनियरों का नाम स्पष्ट रूप से लिखा था। मामले में पुलिस ने धारा 306 में प्रकरण दर्ज कर आरोपी ठेकेदारों की तलाश शुरू की है। लेकिन अभी तक सभी आरोपी पुलिस गिरफ्त से दूर बताए जा रहे हैं। वहीं आत्महत्या करने वाले शुभम खण्डेलवाल द्वारा करवाए गए निर्माण कार्यों की सुक्ष्मता से जांच की जा रही है। जिससे स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि निगम का अमला उन्हें बचाने का प्रयास कर रहा है। उल्लेखनीय है कि मामले में आरोपी नरेश जैन व संजय खुजनेरी का अग्रिम जमानत आवेदन न्यायालय से निरस्त हो चुका है।
अवन्तिका कान्ट्रेक्टर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मांग की है कि मामले जांच करने वाले लोग पूर्व में कई प्रकार के भ्रष्टाचार में लिप्त रहे हैं व निलंबित हो चुके हैं। ऐसे में इनसे निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती है। एसोसिएशन ने निगम के अधिकारियों को छोड़कर दूसरे विभाग के अधिकारियों से इस मामले की जांच करवाने की मांग की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष धीरेन्द्र चौबे ने बताया कि मामले की ईओडब्ल्यू एवं लोकायुक्त भोपाल में भी शिकायत की जाएगी।
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