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इंदौर में पकड़ाये अश्लील फिनियों मूवीज के ओटीटी प्लेटफार्म को पाकिस्तानी इंजीनियर करता था मेंटेन, दुनिया के 22 देशों में चल रहा था कारोबार

इंदौर। ग्वालियर निवासी युवक इंदौर में आया तो इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने था। लेकिन अधिक पैसा कमाने की चाह ने उसे गलत रास्ते पर ला खड़ा किया। उसने माडलिंग एवं वेब सीरिज की आड़ में कई लड़कियों की अश£ील फिल्में बनाकर फिनियों मूवीज पर बेचता था। इसमें सबसे चौकाने वाली बात यह है कि फिनियों मूवीज के ओटीटी प्लैटफॉर्म को डेवलप और मेंटेन पाकिस्तानी इंजीनियर करता था। इस गिरोह का खुलासा तब हुआ जब एक युवती ने इस मामले की शिकायत पुलिस को की। पुलिस ने जांच की तो  वेब सीरिज के नाम पर अश्लील फिल्में बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ।

उल्लेखनीय है कि एक्टिंग और मॉडलिंग में करियर बनाने की कोशिश कर रही लड़कियों को बड़ी कंपनियों के नाम पर झांसा देकर बोल्ड वीडियो बनाने वाले सिंडिकेट का चेयरमैन दीपक सैनी और उसका साथी केशव सिंह साइबर सेल द्वारा गिरफ्तार कर लिए गए हैं। साइबर पुलिस ने बताया कि दीपक सैनी ग्वालियर का रहने वाला है और इंदौर में बीटेक करने आया था। इसके अधिक पैसा कमाने की चाह में उसने फिनियों मूवीज की शुरुआत की। सायबर सेल एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि अल्ट बालाजी में बोल्ड वेब सीरीज बनाने के नाम पर एडल्ट वेब सीरीज बनाई जा रहीं थी। इसके बाद इन्हें पोर्न साइट पर अपलोड किया जा रहा था। फिनियों मूवीज का मालिक 30 साल का दीपक सैनी ग्वालियर का रहने वाला है, जबकि उसका सहयोगी 27 साल का केशव सिंह मुरैना का रहने वाला है। दीपक सैनी ने इंदौर के एक कॉलेज से बीटेक किया है। 

फिनियों मूवीज का हेड क्वार्टर ग्वालियर

वह अपना पूरा काम ग्वालियर से संचालित कर रहा था। पूछताछ में उसने बताया कि फिल्म बनाने में डायरेक्टर बृजेंद्र गुर्जर, राजेश बजाड उर्फ राज गुर्जर, अंकित चावडा, मिलिंद डाबर, सुनील जैन, अनिल द्विवेदी, विजयानंद पांडेय, अजय गोयल, गजेंद्र सिंह, युवराज, प्रमोद सिमरिया, योगेन्द्र जाट भी शामिल हैं। 

वेब साइट से परिचयत हुआ हुसैन से

2019 में फ्रीलांसर वेबसाइट के जरिए वह पाकिस्तान के नागरिक हुसैन अली के संपर्क में आया। पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान दीपक ने बताया कि फिनियों मूवीज ओटीटी प्लैटफॉर्म तैयार कराने के लिए उसने पाक नागरिग हुसैन को 20 हजार रुपए दिए थे। फिनियों मूवीज का मैंटेनेंस का काम हुसैन ही देख रहा था। इसके लिए सैनी उसे 30 से 40 हजार रुपए महीना (पाकिस्तानी करंसी के हिसाब से 60 से 80 हजार रुपए) दे रहा था।

नई लड़कियों को करते थे हायर

दीपक ने बताया कि ओटीटी प्लैटफॉर्म पर सबसे पहली फिल्म एलएसडी एक एडल्ट वेब सीरीज अपलोड की गई। इसमें लोगों का अच्छा रिस्पांस मिला। इसके बाद फिनियों मूवीज पर एडल्ट वेब सीरीज कम पैसों में बनाकर और बनवाकर अपलोड किया जाने लगा। इसके बाद वह मॉडल और डायरेक्टर का चयन कर अश्लील फिल्में बनवाने लगा। आरोपी ने अशोक सिंह से भी लव इन लॉकडाउन, माया, फ्रेंडशिप और शांताबाई नाम की फिल्में खरीदीं। वह अश्लील फिल्मों के कारोबार को बढ़ाने के लिए फिनियों मूवीज जैसे और भी ओटीटी प्लैटफॉर्म तैयार कराने की तैयारी में था।

दुनिया के 22 देशों में चल रहा था कारोबार

फिनियों मूवीज को देश ही नहीं, विदेशों से भी जुड़े लोगों से मोटी रकम मिलने लगी थी। गिरोह ने धीरे-धीरे फिनियों मूवीज के नेटवर्क का विस्तार कर अमेरिका, कनाडा, टर्की, कुवैत इंडोनेशिया, मलेशिया सहित 22 देशों तक पहुंचा दिया। दीपक ने बताया कि विजयानंद पाण्डेय, अशोक सिंह को शांताबाई और अन्य वेब सीरीज को अपने ओटीटी प्लैटफॉर्म पर चलाने के लिए 4 से 5 लॉख रुपए दिए। राजेश बजाज उर्फ राज गुर्जर, अशोक सिंह और विजयानंद पाण्डेय के तार ओटीटी प्लैटफॉर्म उल्लू, फ्लिज मूवीज के साथ भी जुड़े हैं। ये एडल्ट मूवीज बनाने का काम करते हैं।

मास्टरमाइंड गुर्जर भी आ चुका है गिरफ्त में

गिरोह का मास्टरमाइंड बृजेंद्र सिंह गुर्जर भिंड का रहने वाला है। उसे राज्य साइबर सेल पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। उसने बताया था कि फिल्म में काम दिलाने का लालच देकर लड़कियों से पॉर्न फिल्म में काम कराया जाता था। इंदौर में एरोड्रम क्षेत्र के फार्म हाउस पर भी एडल्ट मूवी की शूटिंग की गई थी। इस पूरे नेटवर्क को मुंबई में बैठे अशोक सिंह और विजयानंद पाण्डेय संचालित कर रहे थे।

मॉडल को 5 से 10 हजार रुपए देते थे

आरोपी बड़ा मुनाफा कमाने के लिए बिना एडिट किए ही इन फिल्म को पोर्न साइट्स पर बेच देते थे। काम के एवज में लड़कियों को 5 से 10 हजार रुपए दिए जाते थे। बृजेंद्र ने इंदौर में कई एडल्ट फिल्म और गाने शूट किए हैं। वह वेब सिरीज और सीरियल बनाने के लिए मॉडल्स की कास्टिंग करता था। बृजेंद्र हॉलीवुड मूवी में काम कर चुका है। उसका बॉलीवुड में बड़ा नेटवर्क है।

ऐसे हुआ भंडाफोड़ 

गिरोह का भांडा तब फूटा, जब एक मॉडल शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंची। धामनोद की रहने वाली मॉडल ने साइबर सेल पुलिस को बताया था कि वह इंदौर में मॉडलिंग करती है। दिसंबर 2019 में ओटीटी प्लैटफॉर्म पर बड़े बैनर में लॉन्च करने का कहकर बूजेंद्र ने उसे एरोड्रम रोड स्थित फार्म हाउस बुलाया था। वह अपने कॉस्टिंग डायरेक्टर दोस्त मिलिंद के साथ वहां पहुंची थी।

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