उज्जैन 09 सितम्बर। उज्जैन संभाग कमिश्नर आनन्द कुमार शर्मा के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग एवं जिला महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में एक साफ्टवेयर बनाया जा रहा है। साफ्टवेयर में संभाग के सभी जिलों की गर्भवती महिलाओं का पंजीयन किया जायेगा। साफ्टवेयर के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, कुपोषित गर्भवती महिलाओं की निरन्तर मॉनीटरिंग की जायेगी। साफ्टवेयर में एएनएम एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं का पंजीयन करेगी। तत्सम्बन्ध में कमिश्नर आनन्द कुमार शर्मा की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, लोक शिक्षण विभाग, जनजातीय कार्य विभाग, कौशल विकास विभाग तथा आयुष विभाग की महत्वपूर्ण संभागीय समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
कमिश्नर श्री शर्मा ने संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने नीचे के अमले को पर्याप्त रूप से समझाईश दें कि वे गर्भवती एवं कुपोषित गर्भवती महिलाओं का सर्वप्रथम चेकअप करें और उनकी जानकारी साफ्टवेयर में इन्द्राज करें। उन्होंने निर्देश दिये कि आवश्यकता पडऩे पर ट्रेनिंग भी कराई जाये। बताया गया कि 16 सितम्बर को उज्जैन एवं देवास, 17 सितम्बर को शाजापुर एवं आगर-मालवा, 23 सितम्बर को रतलाम तथा 24 सितम्बर को नीमच एवं मंदसौर के महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग के अमले के समक्ष साफ्टवेयर का प्रदर्शन किया जायेगा। प्रदर्शन के दौरान कमिश्नर, सीडीपीओ, डीपीएम, ग्रामीण विस्तार विकास अधिकारी, सभी जनपद पंचायतों के सीईओ एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस
बैठक में कमिश्नर ने लाड़ली लक्ष्मी योजना एवं प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान दिये गये लक्ष्य से कम उपलब्धि हासिल करने पर उन्होंने शाजापुर, आगर-मालवा एवं मंदसौर के महिला एवं बाल विकास अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिये। उन्होंने राष्ट्रीय पोषण मिशन, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, दस्तक अभियान आदि की समीक्षा की। साथ ही पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती बच्चों की जानकारी ली तथा शालात्यागी किशोरी बालिकाओं की जानकारी ली और निर्देश दिये कि पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कुपोषित बच्चों का पर्याप्त उपचार सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने शालात्यागी किशोरी बालिकाओं को भी शाला में प्रवेश हेतु पंजीयन कराने की समझाईश देने के निर्देश दिये।
संयुक्त संचालक की सराहना
कमिश्नर ने गत दिवस उज्जैन जिले में सम्पन्न जेईई परीक्षा-2020 के सफल संचालन के लिये संयुक्त संचालक लोक शिक्षण राजीव उपाध्याय की सराहना की और उन्हें शाबाशी दी। उल्लेखनीय है कि जेईई की परीक्षा उज्जैन जिले में सफलतापूर्वक आयोजित की गई। संभाग के सभी जिलों के 585 छात्रों ने परीक्षा दी। इसके लिये 161 वाहनों की व्यवस्था की गई थी।
जनजातीय कार्य विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा की
कमिश्नर ने जनजातीय कार्य विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा की। बताया गया कि छात्र गृह आवास योजना के अन्तर्गत जिले में 21 प्रकरण बजट के अभाव में लम्बित हैं। अनुसूचित जाति बस्ती विकास के अन्तर्गत विद्युत पोल लगाने का कार्य प्रारम्भ है। कमिश्नर ने संयुक्त संचालक जनजातीय कार्य विभाग को निर्देश दिये कि वे जिला एवं तहसील स्तरीय समितियों की बैठक शीघ्र ही करायें। उन्होंने निर्माणाधीन भवनों के कार्य की प्रगति की समीक्षा की। बताया गया कि देवास में एक भवन राशि के अभाव में एवं नीमच में भूमि विवाद के चलते प्रारम्भ नहीं किया जा सका है। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि सम्बन्धित कलेक्टर से डीओ लेटर लिखवा कर कार्य प्रारम्भ किया जाये।
मैकेनिकों की सूची बनाने के निर्देश
कमिश्नर ने कौशल विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि हर वर्ष छात्र आईआईटी से फीटर, मोटर मैकेनिक एवं इलेक्ट्रीशियन प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। इनमें से कुछ लोग गांव में निवासरत हैं। गांव में निवासरत ऐसे मोटर मैकेनिकों की सूची ग्राम पंचायतवार बनाकर ग्राम पंचायत कार्यालय के भवन पर चस्पा की जाये। साथ ही सूची में मोटर सुधार के रेट भी फिक्स किये जायें। कमिश्नर ने कहा कि गांव में हैण्ड पम्प की मोटर बिग?ने पर इनकी सेवाएं ली जायें।
आयुष हैल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर बनायेगा
आयुष विभाग की समीक्षा के दौरान आयुष विभाग के संभागीय आयुष अधिकारी डॉ.प्रदीप कटियार ने कमिश्नर को अवगत कराया कि संभाग के सभी जिलों में ग्राम पंचायत स्तर पर कुल 42 आयुष हैल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर बनाये जायेंगे। यह सेन्टर आयुष विभागों के भवनों पर ही स्थापित किये जायेंगे। उज्जैन में 13, देवास में 11, मंदसौर में 7, रतलाम में 4, नीमच में 3, आगर-मालवा एवं शाजापुर में 2-2 सेन्टर बनाये जायेंगे।
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